दक्षिण अमेरिका : भौतिक भूगोल

दक्षिण अमेरिका के पर्वत

एंडीज पर्वत :-

यह दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी भाग में स्थित पर्वत है ।इस पर्वत का निर्माण नाजका तथा दक्षिण अमेरिका प्लेट के अभिसरण से हुआ है ।यह विश्व की सबसे लंबी पर्वत श्रेणी है जो दक्षिण अमेरिका के 7 देशों में विस्तृत है ।जैसे- वेनेजुएला ,कोलंबिया, इक्वेडोर, पेरू, बोलीविया ,चिली, अर्जेंटीना ।यह विश्व की दूसरी सबसे ऊंची श्रेणी है तथा यह दक्षिणी गोलार्ध की सबसे ऊंची श्रेणी है इस श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी अकोंकागुआ है ।(जिसकी ऊंचाई 6960 मीटर है )इस श्रेणी में बहुत सी ज्वालामुखी चोटियाॅ है ।जैसे कोटोपैक्सी ,चिंबोराजो इत्यादि।

इस श्रेणी से दक्षिण अमेरिका की प्रमुख नदियों का उद्गम होता है। जैसे अमेजन ,कोलोराडो।इस श्रेणी क्षेत्र में अंतः पर्वतीय पठार स्थित है जैसे बोलीविया का पठार ।इस श्रेणी क्षेत्र में गहन वनस्पति तथा जैव विविधता पाई जाती है। इस श्रेणी के पूर्वी ढाल पर पाए जाने वाले वनों को” मोंटाना वन” कहते हैं।

दक्षिण अमेरिका के पठार

1.गुयाना का पठार:-

  • यह दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भाग में स्थित पठार है ।
  • यह विश्व के सबसे पुराने भू-भागों में से एक है अतः यह शील्ड का उदाहरण है।
  • यहाॅ बहुत से खनिज पाए जाते हैं जैसे बॉक्साइट,सोना, हीरा इत्यादि ।
  • इस पठारी क्षेत्र में ओरिनोको तथा इसकी सहायक नदियां जलप्रपात बनाती है जिसका उपयोग जल विद्युत उत्पादन के लिए किया जाता है।
  • यह पठारी क्षेत्र विश्वत रेखा के पास स्थित है अतः यहां वर्षावन का पाए जाते हैं ।
  • यहां बहुत अधिक जैव विविधता पाई जाती है ।
  • यह पठार आर्थिक ,ऊर्जा सुरक्षा एवं जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है।

2. ब्राजील का पठार:-

  • यह ब्राजील के लगभग आधे क्षेत्रफल में विस्तृत है ।
  • यह विश्व के पुराने भू-भागों में से एक है तथा शील्ड का उदाहरण है।
  • यहां बहुत से खनिज पाए जाते हैं मुख्यतः लौह अयस्क।
  • माटो ग्रोसो पठार इसी का भाग है ।
  • इस पठारी क्षेत्र से साउ फ्रांसिस्को तथा पराना नदियां निकलती है।
  • इस पठारी क्षेत्र में जल विद्युत उत्पादन किया जाता है तथा यहां जैव विविधता भी पाई जाती है।

3. बोलीविया पठार:-

  • यह अंतः पर्वतीय पठार है अतः यहां शुष्क परिस्थितियां पाई जाती है ।
  • इस पठार पर लवणीय झीले पाई जाती हैं।
  • इस पठार पर मीठे पानी की टीटिकाका झील स्थित है।
  • यह ज्वालामुखी पठार है तथा इस पठार पर लावा की परत पाई जाती है।
  • इस पठारी क्षेत्र में टिन के भंडार पाए जाते हैं ।
  • इस प्रकार पर बोलीविया की राजधानी लापाज स्थित है जो विश्व की सबसे ऊंची राजधानी है।

4. पैटागोनिया का पठार:-

इस पठार पर लावा की परत पाई जाती है यह पठार एंडीज पर्वत के वृष्टि छाया क्षेत्र में स्थित है अतः यहां शुष्क परिस्थितियां पाई जाती है इस प्रकार पर पेटागोनिया मरुस्थल स्थित है जो एक ठंडा मरुस्थल है क्षेत्रफल की दृष्टि से यह दक्षिण अमेरिका का सबसे बड़ा मरुस्थल है

दक्षिण अमेरिका की झीलें

1.माराकाइबो झील:-

  • यह झील वेनेजुएला की प्रमुख झील है।
  • यह झील कैरेबियन सागर से जुड़ी है अतः यह लवणीय है।
  • यह दक्षिण अमेरिका की सबसे बड़ी झील है।
  • वास्तव में यह एक तटीय खाडी है ।
  • इस झील में पेट्रोलियम के भंडार पाए जाते हैं।

2.टिटिकाका झील:-

  • यह झील पर हूं तथा बोलीविया के सीमा क्षेत्र पर स्थित है।
  • यह बोलीविया के पठार पर स्थित है।
  • यह दक्षिण अमेरिका की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है।
  • यह झील विश्व की सबसे ऊंची नौकायन उपयुक्त झील है।

दक्षिण अमेरिका की नदियां

1.ओरिनोको नदी:-

  • इस नदी का उद्गम गुयाना पठार से होता है तथा यह अटलांटिक महासागर में गिरती है।
  • यह वेनेजुएला की प्रमुख नदी है ।
  • इस नदी के बेसिन में लानोस घास के मैदान स्थित है।
  • इस नदी के बेसिन में पेट्रोलियम के भण्डार स्थित हैं।
  • इसकी प्रमुख सहायक नदी करोनी है जिस पर एंजिल जलप्रपात (979 मीटर) तथा गुरी जलप्रपात स्थित है।
  • एंजिल जलप्रपात विश्व का सबसे ऊंचा जलप्रपात है।

2.अमेजन नदी:-

  • इस नदी का उद्गम एंडीज पर्वत से होता है तथा यह अटलांटिक महासागर में गिरती है।
  • यह विश्व की सबसे बड़ी नदी है तथा यह विश्व की दूसरी सबसे लंबी नदी है ।
  • इस नदी के बेसिन में सेल्वास नामक वर्षावन स्थित है।
  • इसके बेसिन में घास के मैदान पाए जाते हैं जैसे कैम्पोस, सेराडोस, कैटिंगस।
  • अमेज़न की प्रमुख सहायक नदियां न्रेग्रोतथा मंडीरा है।

3.साउ फ्रांसिस्को नदी:-

इस नदी का उद्गम ब्राजील के पठार से होता है तथा यह अटलांटिक महासागर में गिरती है ।यह पूर्ण रूप से ब्राजील में बहने वाली सबसे लंबी नदी है ।यह ब्राजील के दक्षिण पूर्व भाग को उत्तर पूर्व भाग से जोड़ती है अतः इसे राष्ट्रीय एकता की नदी भी कहते हैं।

4.पराना नदी:-

  • इस नदी का उद्गम ब्राजील के पठार से होता है तथा यह रियो डी ला प्लाटा में गिरती है।
  • इस नदी की प्रमुख सहायक नदियां पराग्वे तथा उरुग्वे है।
  • इन तीनों नदियों को सम्मिलित रूप से प्लाटा नदियाँ कहते हैं।
  • इस नदी के बेसिन में ग्रान चाको नाम घास के मैदान स्थित है।
  • पराग्वे ब्राजील सीमा क्षेत्र पर पराना नदी पर इताईपु बांध स्थित है।
  • यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा जल विद्युत उत्पादन करने वाला बांध है इसकी क्षमता 14000 मेगावाट है
  • प्लाता नदियां दक्षिण अमेरिका के विभिन्न देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा बनाती है जैसे -1. पराना व पराग्वे= ब्राजील-पराग्वे, पराग्वे-अर्जेन्टीना। 2.उरुग्वे= ब्राजील-अर्जेटिना, उरुग्वे-अर्जेन्टीना।

5.कोलोराडो नदी:-

इस नदी का उद्गम एंडीज पर्वत से होता है तथा यह अटलांटिक महासागर में गिरती है यह पेटागोनिया मरुस्थल की प्रमुख नदी है

दक्षिण अमेरिका के मैदान

पश्चिमी तटवर्ती मैदान

  • यह एंडीज पर्वत के पश्चिम में स्थित विश्व के सबसे लंबे तटवर्ती मैदान है।
  • इस मैदानी क्षेत्र की मृदा में नाइट्रेट ,फास्फोरस की मात्रा अधिक पाई जाती है ।(समुद्री पक्षियों की बीट के कारण )
  • यह मैदान संकरे हैं तथा यहां तांबे के भंडार पाए जाते हैं।
  • इस मैदानी क्षेत्र के मध्यवर्ती भाग में अटाकामा मरुस्थल स्थित है जो विश्व का शुष्कतम मरुस्थल है तथा पैरु एवं चिली में स्थित है।
  • इस मरुस्थल में विश्व का शुष्कतम स्थान अरिका स्थित है।।

मध्यवर्ती मैदानी प्रदेश :-

  • इस मैदानी क्षेत्र का निर्माण ओरिनोको,अमेजन ,तथा पराना जैसी नदियो द्वारा हुआ है।
  • इस मैदानी क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय घास के मैदान ,शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान तथा वर्षावन स्थित है।
  • इस क्षेत्र में स्थित वर्षावन सेलवास कहलाते हैं ।
  • सेलवास अमेजन नदी के बेसिन में स्थित है।
  • विश्व की सर्वाधिक जैव विविधता इन्हीं वर्षा वनों में पाई जाती है इन्हें विश्व के फेफडे में भी कहते हैं।
  • यहां विश्व की सबसे हल्की लकड़ी वाले वृक्ष बाल साफ पाए जाते हैं
  • यहां के प्रमुख उष्णकटिबंधीय घास के मैदान अग्रलिखित है- जैसे लानोस, ग्रान चाको, कैम्पोस,सैराडोस, कैटिंगस।
  • यहां पंपास नामक शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान स्थित है
  • यहां के घास के मैदान का उपयोग कृषि एवं पशुपालन के लिए किया जाता है।

पम्पास घास के मैदान :-

  • यह शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान है जो मुख्यतः अर्जेंटीना में स्थित है।
  • यह घास के मैदान ब्राजील तथा उरूग्वे के कुछ भाग में भी पाए जाते हैं।
  • इन घास के मैदानों में चरनोजम मृदा पाई जाती है जिसमें ह्यूमस की मात्रा अधिक पाई जाती हैअतः यह अत्यधिक उपजाऊ होती है।
  • इन घास के मैदानों में पोष्टिक घास का विकास होता है। यहां पाई जाने वाली घास को अल्फाल्फा कहते हैं।
  • इन घास के मैदानों का उपयोग कृषि तथा पशुपालन के लिए किया जाता है।
  • यहाँ मुख्यतः गेहूं का उत्पादन किया जाता है अतः अर्जेंन्टीना गेहूं का अग्रणी निर्यातक देश है।

मैगेलन जलसन्धि:-

यह जलसंधि प्रशांत महासागर को अटलांटिक महासागर से जोड़ती है यह एक प्रमुख जलमार्ग है

गालापेगोस द्वीप:-

यह द्वीप विश्वतरेखीय क्षेत्र में स्थित है अतः यहां गहन वनस्पति एवं जैव विविधता पाई जाती है। यह द्वीप इक्वेडोर के क्षेत्राधिकार में है। इसी द्वीप से ऑलिव रिडले नामक कछुए प्रजनन के लिए प्रवास करते हैं तथा भारत के पूर्वी तट तक पहुंचते हैं ।इन्हें भित्तिकनिका तथा गाहिरमाथा अभ्यारण में संरक्षण प्रदान किया जाता है।

पनामा नहर:-

इसका निर्माण 1914 में पनामा स्थलडमरु में किया गया। यह नहर बंधक प्रणाली (लॉक सिस्टम )से संचालित की जाती है। इस नहर ने अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग की दूरी को कम कर दिया गया है। यह उत्तरी अमेरिका तथा दक्षिण अमेरिका के पश्चिम भाग को यूरोप तथा अफ्रीका से जोड़ती है अतः अब यह प्रमुख व्यापार मार्ग बन चुकी है।

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