यूरोप: भौतिक भूगोल

यूरोप क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे छोटा महाद्वीप है, इसका क्षेत्रफल 10 ,180000 वर्ग किलोमीटर है। जो पृथ्वी की सतह से 2 %और इसके भूमि क्षेत्रफल लगभग 6.8% है ।यूरोप के 50 देशों में ,रूस क्षेत्रफल और आबादी दोनों में ही सबसे बड़ा है जबकि वेंटिकन नगर सबसे छोटा देश है।

यूरोप के पर्वत

1. केंटाब्रायन पर्वत:-

यह स्पेन का प्रमुख पर्वत है ।इसका निर्माण यूरेशिन तथा अफ्रीकन प्लेट के अभिसरण से हुआ है। यह नवीन वलित पर्वत है ।इस पर्वत से स्पेन की प्रमुख नदि इब्रो का उद्गम होता है।

2. पिरेनीज:-

यह नवीन वलित पर्वत है जो स्पेन तथा फ्रांस के सीमा क्षेत्र पर स्थित है ।इस पर्वतीय क्षेत्र में एंडोरा देश स्थित है।

3. आल्पस पर्वत:-

यह फ्रांस, स्विट्जरलैंड तथा इटली के सीमा क्षेत्र पर स्थित नवीन वलित पर्वत है। इस पर्वत का निर्माण यूरेशियन तथा अफ्रीकन प्लेट के अभिसरण से हुआ है। इस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी माउंट ब्लॉक है। इस पर्वत से राइन तथा रोन नदियों का उद्गम होता है। इस पर्वतीय क्षेत्र में गहन वनस्पति तथा खनिजों के भंडार पाए जाते हैं। यह पर्वत पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

4.एपिनाइंस पर्वत:-

यह इटली में स्थित नवीन वलित पर्वत है। इस पर्वत से टिबेर नदी का उद्गम होता है ।टिबेर नदी के किनारे इटली की राजधानी रोम तथा वेटिकन सिटी स्थित है ।

5.पिडंस पर्वत- ग्रीस में स्थित प्रमुख नवीन वलित पर्वत है।

6.बल्कान पर्वत:-

यह रोमानिया तथा बुल्गारिया में स्थित नवीन वाली पर्वत है। यह पर्वत काला सागर के पास स्थित है ।इस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी बोटेव है।

7. काॅकेशस पर्वत:-

यह नवीन वलित पर्वत है जो काला सागर तथा कैस्पियन सागर के बीच स्थित है। यह पर्वत यूरोप तथा एशिया के बीच अन्त: महाद्वीपीय सीमा का निर्माण करता है। इस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी एल्ब्रुस है जो यूरोप की सबसे ऊंची चोटी है।

8. यूराल पर्वत:-

यह प्राचीन वलित पर्वत है जो यूरोप तथा एशिया के बीच स्थित है ।यह पर्वत रूस में स्थित है। इस पर्वतीय क्षेत्र से यूराल नदी का उद्गम होता है ।इस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी नारोदनाया है ।इस पर्वतीय क्षेत्र में लौह अयस्क, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस के भंडार पाए जाते हैं।

यूरोप की प्रमुख झीलें

1. लाडोगा झील:-

यह रूस में स्थित यूरोप की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। इस झील से नेवा नदी का उद्गम होता है ।इस झील में मछलियों की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती है अतः यह मत्स्य उद्योग के लिए विख्यात है ।इस झील का उपयोग नौवहन के लिए किया जाता है।

2.ओनेगा झील:-

यह झील रूस में स्थित है। यह यूरोप की दूसरी सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। इस झील से स्वीर नदी निकलती है जो लाडोगा झील में जाकर गिरती है अतः यह नदी दोनों जिलों को जोड़ती है। इस झील में बहुत से दीप स्थित है ।यह झील नौवहन के लिए उपयोगी है।

3.कौंसटास झील:-

यह जर्मनी ,स्विट्जरलैंड तथा ऑस्ट्रिया के सीमा क्षेत्र में स्थित है। झील का निर्माण राइन नदी द्वारा होता है अतः यह मीठे पानी की झील है। यह झील दक्षिणी जर्मनी में मीठे जल का प्रमुख स्रोत है।

4.जेनेवा झील :-

यह झील फ्रांस और स्विट्जरलैंड के सीमा क्षेत्र पर स्थित है।इस झील का निर्माण रोन नदी द्वारा होता है अतः यह मीठे पानी की झील है।इस झील के किनारे स्विट्जरलैंड का प्रमुख शहर जेनेवा स्थित है।

यूरोप के प्रमुख पठार

1.फिनो स्कैन्डिनेवियन पठार-

यह पठार यूरोप के उत्तर पश्चिम भाग में स्थित है। यह विश्व के सबसे पुराने भू-भागों में से एक है अत: यह शिल्ड का उदाहरण है ।यहां बहुत से खनिज पाए जाते हैं। जैसे लौह अयस्क , तांबा ।इस पठारी क्षेत्र में बहुत से हिम्मनद पाए जाते हैं। यह हिम्मनद तटवर्ती क्षेत्र के पास घाटियों का निर्माण करते हैं जो जलमग्न हो चुकी है ।जलमग्न हिमनद घाटियों को फियोर्ड कहते हैं ।नार्वे का तट फियोर्ड के लिए विख्यात है।

2. बवेरियन पठार:-

यह दक्षिणी जर्मनी में स्थित प्रमुख ज्वालामुखी पठार हैं ।यह जर्मनी का खनिज संपन्न क्षेत्र है ।इसके दक्षिण भाग में कौसटांस झील तथा उत्तरी भाग में डेन्यूब नदी स्थित है।

3.मैसिफ पठार:-

यह पठार दक्षिणी फ्रांस में स्थित है। यह ज्वालामुखी पठार है जहां से लोआर तथा सीन नदी का उद्गम होता है ।इस पठार का उपयोग अंगूर की खेती के लिए किया जाता है। इस पठारी क्षेत्र में बहुत से खनिज पाए जाते हैं।

4.मेसेटा पठार:-

यह ज्वालामुखी पठार है जिसे आइबेरियन पठार भी कहते हैं ।यह खनिज संपन्न पठार है जहाँ मुख्यतः लौह अयस्क के भंडार पाए जाते हैं ।इस पठारी क्षेत्र पर टेगस नदी बहती है।

यूरोप की प्रमुख नदियां

A.टेगस नदी:-

इस नदी का उद्गम केंद्रीय कॉर्डिलेरा से होता है तथा यह अटलांटिक महासागर में गिरती है ।इस नदी के किनारे पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन स्थित है।

B. इब्रो /एब्रो नदी-

इस नदी का उद्गम कैंटाब्रायन पर्वत से होता है तथा यह भूमध्य सागर में गिरती है। इस नदी के किनारे स्पेन का प्रमुख शहर जारागोजा स्थित है।

C. लोहार नदी:-

इस नदी का उद्गम मैसिफ से होता है तथा यह बिस्के की खाड़ी में गिरती है। यह फ्रांस की सबसे लंबी नदी है।

D.सीन नदी-

यह मैसिफ से निकलती है तथा इंग्लिश चैनल में गिरती है ।इस नदी के किनारे फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित है।

E. राइन नदी

इस नदी का उद्गम आल्पस पर्वत से होता है यह उत्तरी सागर में गिरती है। यह नदी फ्रांस तथा जर्मनी के सीमा क्षेत्र पर बाॅसजीस तथा ब्लैक फॉरेस्ट पर्वतों के बीच बहती है। यह भ्रंश घाटी में बहने वाली विश्व की सबसे लंबी नदी है ।इस नदी की प्रमुख सहायक नदी रूर है ।जर्मनी की रुर नदी घाटी कोयले के भंडार के लिए विख्यात है ।राइन नदी बहुत अधिक मात्रा में कोयले का परिवहन करती है अतः नदी को काली नदी भी कहा जाता है ।राइन नदी नीदरलैंड में रोट्ररडैम के पास डेल्टा बनाते हुए उत्तरी सागर में गिरती है अतः रोटरडैम यूरोप का व्यस्ततम बन्दरगाह है। राइन नदी को नहर के माध्यम से रोन नदी से जोड़ा गया है अतः राइन रोन नदी तंत्र यूरोप के उत्तर तथा दक्षिण भाग को जोड़ता है। यह दोनों नदियाँ मिलकर यूरोप के व्यस्ततम अन्तः स्थलीय नौवहन तंत्र का निर्माण करती है।

F. रोन नदी:-

यह नदी आल्पस पर्वत से निकलती है तथा लायन्स की खाड़ी में गिरती है ।यह नदी फ्रांस में बहती है ।इस नदी के किनारे ल्योंस शहर स्थित है जो रेशम के लिए विख्यात है तथा जिसे विश्व की रेशम की राजधानी कहा जाता है।

G. पो नदी:-

इस नदी का उद्गम आल्पस पर्वत से होता है तथा यह एड्रियाटिक सागर में गिरती है ।इस नदी के बेसिन क्षेत्र में चावल की खेती की जाती है। यह इटली की सबसे लंबी एंव प्रमुख नदी है ।इसे इटली की गंगा भी कहते हैं। इस नदी के बेसिन में इटली के प्रमुख शहर स्थित हैं जैसे ट्यूरिन (ऑटोमोबाइल )तथा मिलान (वस्त्र उद्योग)।

H. टिबेर नदी:-

इस नदी का उद्गम एपिनांइस पर्वत से होता है तथा यह भूमध्य सागर में गिरती है ।इस नदी के किनारे इटली की राजधानी रोम तथा वेटिकन सिटी स्थित है।

I.डैन्यूब नदी:-

यह नदी ब्लैक फॉरेस्ट पर्वत से निकलती है काला सागर में गिरती है ।यह यूरोप की दूसरी सबसे लंबी नदी है ।।इस नदी का उपयोग नौवहन के लिए किया जाता है ।।एक लहर के माध्यम से डेन्यूब नदी को राइन रोन नदी तंत्र से जोड़ा गया है ।यह नदी विश्व में सर्वाधिक देशों से गुजरने वाली नदी है ।(लगभग 10 देशों से) 4 देशों की राजधानी किस नदी के किनारे स्थित है ।जैसे विएना (ऑस्ट्रिया )बातिस्लावा (स्लोवाकिया )बुडापेस्ट (हंगरी )तथा बेलग्रेड (सर्बिया)

J.एल्ब नदी:-

चेक गणराज्य की राजधानी प्राग किस के किनारे स्थित है।

K.स्प्री नदी:-

जर्मनी की राजधानी बर्लिन में इस नदी के किनारे स्थित है।

L.विस्तुला नदी:-

पोलैंड की राजधानी वाॅरसाॅ नदी के किनारे स्थित है।

M. नीस्तर नदी:-

यह नदी माॅल्डोवा तथा यूक्रेन के सीमा क्षेत्र पर बहती है।

N.नीपर नदी:-

इस नदी के किनारे यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित है।

O. डोनेट्स नदी:-

यह नदी एजोव सागर में गिरती है। इस नदी के बेसिन में कोयले के भंडार पाए जाते हैं।

P. डॉन नदी:-

यह एजोव सागर में गिरती है।

Q. वोल्गा नदी:-

इस नदी का उद्गम वल्डाई पहाडियों से होता है तथा यह कैस्पियन सागर में गिरती है ।यह यूरोप की सबसे लंबी नदी है अतः इस नदी का उपयोग नौवहन के लिए किया जाता है। यह नदी रूस में बहती है। इस नदी के बेसिन में प्राकृतिक गैस तथा पेट्रोलियम के भंडार पाए जाते हैं ।इस नदी पर यूरोप की प्रमुख जल विद्युत उत्पादन परियोजना स्थित है। कामा, ओका ,सुखोना की प्रमुख सहायक नदियां है। इस नदी के बेसिन में स्टेप्पीज नामक घास के मैदान स्थित है।

R. यूराल नदी:-

इस नदी का उद्गम यूराल पर्वत से होता है तथा यह कैस्पियन सागर में गिरती है ।यह नदी रूस तथा कजाकिस्तान से बहती है ।यह नदी कजाकिस्तान में पक्षी के पंजे के आकार का डेल्टा बनाती है। इस नदी के बेसिन क्षेत्र में पेट्रोलियम के भंडार पाए जाते हैं ।यह नदी यूरोप तथा एशिया के बीच सीमा का निर्माण करती है। इस नदी के बेसिन क्षेत्र में स्टेप्पीज घास के मैदान पाए जाते हैं।

S.टेम्स नदी:-

इस नदी के किनारे लंदन शहर स्थित है

यूरोप के प्रमुख मैदान

उत्तरी मैदानी प्रदेश :-

यह मैदान यूरोप के पश्चिम से पूर्वी भाग तक विस्तृत है। इस मैदान का निर्माण राइन, डैन्यूब, वोल्गा जैसी नदियों द्वारा हुआ है। इस उपजाऊ मैदान का उपयोग कृषि तथा पशुपालन के लिए किया जाता है। इस मैदानी क्षेत्र में जीवाश्म ईंधन पाया जाता है। इस मैदानी प्रदेश में स्टेप्पीज घास के मैदान स्थित है।

स्टेप्पीज:-

यह यूरेशिया में स्थित शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान है। इस घास के मैदान की प्रमुख नदियां वोल्गा तथा यूराल है। यह मैदान कैस्पियन सागर के पास स्थित है। इस मैदान में चरनोजम मृर्दा पाई जाती है। उपजाऊ मृदा के कारण इस घास के मैदान का उपयोग कृषि के लिए किया जाता है। पोष्टिक घास के कारण यहां पशुपालन भी किया जाता है। हंगरी में स्टेप्पीज के विस्तार को पुस्टाज कहते हैं।

कील नहर :-

यह जर्मनी में स्थित नहर है ।यह नहर बाल्टिक सागर को उत्तरी सागर से जोड़ती है। यह एक प्रमुख जलमार्ग है।

जलसंधि

1.बाॅसपोरस जलसन्धि:-

यह जलसंधि मरमरा सागर को काला सागर से जोड़ती है

2.केरिच जलसन्धि:-

यह एजोव सागर को काला सागर से जोड़ती है।

उत्तरी सागर

इस सागर क्षेत्र में पेट्रोलियम के भंडार पाए जाते हैं। उत्तरी सागर मत्स्ययन उद्योग के लिए भी विख्यात है ।यहां डाॅजर बैंक नानक मत्स्य केंद्र स्थित है।

स्कैन्डिनेवियन देश-

यह सांस्कृतिक भाषाई समूह है जिसमें वह देश सम्मिलित है जहां स्कैन्डिनेवियन समूह की भाषा बोली जाती है। इन देशों में स्वीडन ,नार्वे तथा डेनमार्क सम्मिलित है। ग्रेट ब्रिटेन – स्कॉटलैंड ,इंग्लैंड और वेल्स ।यूनाइटेड किंगडम- ग्रेट ब्रिटेन+ ऊतरी आयरलैंड।

बेनिलक्स :-

बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग। यह देश समुद्र स्तर से नीचे है अतः निम्न देश कहते हैं ।इन देशों के तटवर्ती क्षेत्र जलमग्न हो जाते हैं तथा इन जन्म क्षेत्रों को ऊंचे तटबंध बनाकर पुनः प्राप्त किया जाता है, इस प्रकार पुनः प्राप्त की गई भूमि को पोल्डलैंड कहते हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *